राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य (Aims of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य (Objective of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धान्त वाक्य (Motto of N.S.S.)

राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य (Aims of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य (Objective of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धान्त वाक्य (Motto of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रतीक चिह्न ( Logo of of N.S.S.)

सम्प्रति देश के सभी 29 राज्यों तथा 7 केन्द्र शासित प्रदेशों में रा.से.यो. संचारित की जा रही हैं। 299 विश्वविद्यालयों में से 33 विश्वविद्यालयों के पाठयक्रम में एन.एस.एस. समाहित हैं। उच्च शिक्षा के 9,117 कॉलेजों, 39 सीनियर सेकेण्ड्री काउन्सिल एण्ड डारेक्टोरेट ऑफ टक्निकल ऐजुकेशन, 7542 सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल तथा 1196 तकनीकी संस्थानों में 43 लाख से अधिक स्वयंसेवी पंजीकृत हैं। उत्तराखण्ड में 10 प्रकोष्ठों में विभाजित रा.से.यो. में 59,100 स्वयंसेवी, इस योजना के सदस्य हैं।

उत्तराखण्ड के परिप्रेक्ष्य में  राष्ट्रीय सेवा योजना ने अपने 32 वर्षो के सफर में संवेदना एवं आरोग्य, हरित उत्तराखण्ड से हरित भारत की ओर, आपदा राहत, व्यक्तित्व विकास, मतदाता जागरुकता और स्पर्श गंगा अभियान को अपना विजन बनाकर उसे एक मिशन के तौर पर क्रियान्वित कर उत्कृष्ट उपलब्धियाँ अर्जित करके राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है।

“युवा संकल्प” मासिक पत्रिका का प्रकाशन  राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ (युवा कल्याण विभाग) की एक अभिनव पहल है जिसे समूचे राष्ट्र में अत्यन्त सराहना एंव ख्याति प्राप्त हुई है इस याजना की जितनी आवश्यकता सन् 1969 में थी, उससे कही अधिक आज है और आने वाले समय में तो इसकी उपादेयता निरन्तर बढते रहने की संम्भावना हैं क्योंकि समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर इस योजना का प्रारुप बनाया गया है।

राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य (Aims of N.S.S.)

 राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य (Aims of N.S.S.) युवा वर्ग को समाज की समस्याओं से परिचित करना है। राष्ट्रीय सेवा योजना  के द्वारा युवा लोक कल्याण के हितार्थ राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़ता है। लक्ष्यविहीन युवाओं को रचनात्मक कार्यो की ओर जोडना राष्ट्रीय सेवा योजना  का प्रमुख लक्ष्य हैं।

राष्ट्रीय सेवा योजना  का प्रमुख लक्ष्य हैं- "समाज सेवा के माध्यम से छात्र-छात्रओं के व्यक्तित्व का सर्वागीण विकास करना।"


राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य (Objective of N.S.S.)

राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य (Objective of N.S.S.)  छात्र-छात्रओं के व्यक्तित्व में सहिष्णुता, सहभागिता, सेवाभाव स्वावलम्बन व स्वदेश प्रेम जैसे गुणों को समाहित करना है। इसका उद्धेश्य छात्रों की सामाजिक चेतना को जागृत करना है ताकि छात्र-छात्राएँ सामाजिक गतिविधियों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकें। राष्ट्रीय सेवा योजना  (Objective of N.S.S.) के  इन उद्देश्यों की प्राप्ति में छात्र-छात्राएँ तभी सफल हो सकते हैं। जब वे-

1. जिस समाज में युवा रहते है उसके क्रिया-कलाप को समझें।

2. युवा समाज की आवश्यकताओं तथा समस्याओं को पहचान कर उनके समाधान में सक्रिय हों।

3. युवाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व का विकास हो। 

4. अपनी शिक्षा का उपयोग वे व्यक्ति तथा समाज की कठिनाईयों के व्यवहारिक हल ढूँढ़ने में कर सके।

5. समूह में रहने के लिए एवं दायित्व में सहभागी बनने के लिए जिस क्षमता की आवश्यकता होती है, उनका अपने आप में विकास कर सकेँ ।

6. नेतृत्व के गुणों को धारण कर सकें और प्रजातांत्रिक अभिवृत्ति वाले बन सकेँ ।

7. आपातकाल व दैवीय आपदाओं का सामना करने की क्षमता का विकास कर सकें।

8. राष्ट्रीय एकता व सामाजिक समरसता बनाए रख सकें। 


राष्ट्रीय सेवा योजना की आस्था (N.S.S. की आस्था)

धर्म और संस्कृति के उन्नायक स्वामी विवेकानन्द के अनुसार - "लोगो के जीवन को उन्नतिशील बनाने हेतु जब तुम उन्हें उत्तरदायित्व सौंपते हों, तब तुम उनमें आत्मविश्वास उत्पन्न करते हो तब वे अति कठिन परिस्थितियों से भी जूझकर उनमें यह आत्मविश्वास जागृत करने के लिए आवश्यक है कि तुम्हें उनकी राष्ट्र निर्माण शक्ति पर पूरा भरोसा हो। विश्वास से विश्वास उपजता है और प्रजातन्त्र तब पनपता है जब समस्त जनसमुदाय विशेष का समाज के कमजोर वर्गों के लोग पूरी तरह स्वीकार करें।


राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य (Aims of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य (Objective of N.S.S.) राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धान्त वाक्य (Motto of N.S.S.)
राष्ट्रीय सेवा योजना


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