संस्कृत प्रबोधिनी - प्रथम: पाठ: - भोजनं कुरु Sanskrit Prabodhini - Lesson No. 1st - Bhojanam Kuru

संस्कृत प्रबोधिनी - प्रथम: पाठ: - भोजनं कुरु Sanskrit Prabodhini - Lesson No. 1st - Bhojanam Kuru

संस्कृत प्रबोधिनी - प्रथम: पाठ: - भोजनं कुरु Sanskrit Prabodhini - Lesson No. 1st - Bhojanam Kuru कक्षा 11 संस्कृत प्रबोधिनी अध्याय 1 प्रश्न उत्तर  संस्कृत प्रबोधिनी कक्षा 11 UK Board PDF संस्कृत प्रबोधिनी कक्षा 11 solution कक्षा 11 संस्कृत पाठ 1 कक्षा 11 संस्कृत प्रबोधिनी अध्याय 1 प्रश्न उत्तर

संस्कृत प्रबोधिनी - प्रथम: पाठ: - भोजनं कुरु Sanskrit Prabodhini - Lesson No. 1st - Bhojanam Kuru
Sanskrit Prabodhini - Lesson No. 1st - Bhojanam Kuru

प्रथम: पाठ: - भोजनं कुरु


संस्कृतम् 
    माता     -     नलिनि! सुनयने! भोजनार्थम् आगच्छताम 
हिंदी अर्थ 
    माता     -         नलिनी! सुनयना! भोजन करने के लिए आजाओ। 
संस्कृतम्
    नलिनी     -     मातः । अद्य भोजने किं अस्ति ?
हिंदी अर्थ
    नलिनी     - माता! आज भोजन में क्या – क्या है?
संस्कृतम्
    माता     -         ओदनम् अस्ति, रोटिका अस्ति, शाकम् अस्ति, मधुरं च अस्ति।
हिंदी अर्थ
    माता     -     भात है, रोटी है, सब्जी है और मीठा है।
संस्कृतम्
    सुनयना - मातः! शाकं किं निर्मितम् अस्ति? यदि कारवेल्लम् अस्ति, तर्हि अहं न     खादामि।
हिंदी अर्थ 
सुनयना     -     माता! सब्जी क्या बनाई है? यदि करेला है, तो मैं नहीं खा रही हूँ।
संस्कृतम्
    माता     -     शाकम् आलुक-बृंगनमिश्रितम् अस्ति, मसूरस्य च सूपः अस्ति।
हिंदी अर्थ 
    माता     -     सब्जी आलू-बैंगन (मिक्स) है और मसूर की दाल है।
संस्कृतम्
    नलिनी     -     भगिनि शीघ्रम् आगच्छ भोजनं कुर्यः ।
हिंदी अर्थ 
    नलिनी     - बहन! जल्दी आओ, भोजन करें।
संस्कृतम्
    सुनयना - मातः ! भोजनं परिवेषयतु ।
हिंदी अर्थ
    सुनयना - माता भोजन परोसो।
संस्कृतम्
    माता     - नलिनि! किम् आवश्यकम् ?
हिंदी अर्थ
    माता     - नलिनि! क्या चाहिए?
संस्कृतम्
    नलिनी     - किंचित् शाकं ददातु यतोहि मह्यम् आलुकस्य शाकं बहु रोचते।
हिंदी अर्थ 
    नलिनी     - थोड़ी सब्जी दो, क्योंकि मुझे आलू की सब्जी बहुत अच्छी लगती (रुचिकर) है।
संस्कृतम्
    माता     - स्वीकरोतु, सुनयने! तुभ्यं किं रोचते ?
हिंदी अर्थ 
    माता     - लो। ग्रहण करो, सुनयने! तुम्हें क्या अच्छा लगता है?
संस्कृतम्
    सुनयना - मातः मह्यं वृन्ताकम् न रोचते। अतः सूपं ददातु।
हिंदी अर्थ 
    सुनयना - माता मुझे बैंगन अच्छा नहीं लगता; अतः दाल दो।
संस्कृतम्
    नलिनी     - मह्यं किंचिद् ओदनं ददातु ?
हिंदी अर्थ 
    नलिनी     - मुझे कुछ भात दो।
संस्कृतम्
    माता     - नलिनि! दधि आवश्यकं किम् ?
हिंदी अर्थ 
    माता     - नलिनि! क्या दही चाहिए (की आवश्यकता है)?
संस्कृतम्
    नलिनी     - दधि मास्तु, अवलेहं परिवेषयतु ।
हिंदी अर्थ 
    नलिनी     - दही नहीं चाहिए, चटनी परोसो
संस्कृतम्
    माता     - अन्यत् किम् आवश्यकम् ?
हिंदी अर्थ 
    माता     - और क्या चाहिए?
संस्कृतम्
    नलिनी     - किमपि मास्तु, सर्व पर्याप्तम्।
हिंदी अर्थ
    नलिनी     - कुछ भी नहीं चाहिए, सब पर्याप्त है।
संस्कृतम्
    सुनयना - भोजनं मास्तु, मधुरं किम् अस्ति ?
हिंदी अर्थ 
    सुनयना - भोजन नहीं चाहिए, मीठा क्या है?
संस्कृतम्
    माता     - रसगोलकम् अस्ति, स्वीकरोतु।
हिंदी अर्थ
    माता     - रसगुल्ला है, लो (स्वीकार क्रो, ग्रहण करो)।
संस्कृतम्
    सुनयना - एकमेव पर्याप्तम् नलिन्यै ददातु।
हिंदी अर्थ
    सुनयना - एक ही पर्याप्त है। नलिनी को दो
संस्कृतम्
    नलिनी     - अम्ब! मास्तु मह्यं मधुरं न रोचते।
हिंदी अर्थ
    नलिनी     - माता! नहीं चाहिए, मुझे मीठा अच्छा नहीं लगता।
संस्कृतम्
    माता     - अस्तु समीचीनम्, अहमपि स्वीकरोमि। (दिनेशः प्रविष्य)
हिंदी अर्थ 
    माता     - अच्छा, ठीक है, मैं भी लेती हूँ। (दिनेश प्रवेश करके)
संस्कृतम्
    दिनेशः     - हरिः ओउम्, मातः किं सुनयना भगिनी अस्ति?
हिंदी अर्थ 
    दिनेशः     - हरि ओम, माता क्या सुनयना बहन है?
संस्कृतम्
    सुनयना - दिनेश! आगच्छतु स्वागतम्, उपविषतु भोजनम् आनयामि ?
हिंदी अर्थ
    सुनयना - दिनेश! आओ स्वागत है, बैठो भोजन लाती हूँ?
संस्कृतम्
    दिनेशः     - भोजनं मास्तु। भवत्याः विज्ञानपुस्तकम् मह्यम् आवश्यकम्। श्वः आनेष्यामि।
हिंदी अर्थ
    दिनेशः     - भोजन नहीं चाहिए। मुझे आपकी विज्ञान की पुस्तक चाहिए। कल ले आऊँगा।
संस्कृतम्
    सुनयना - विज्ञानपुस्तकं !, स्वीकरोतु परश्वः आनयतु ।
हिंदी अर्थ
    सुनयना - विज्ञान की पुस्तक! स्वीकार करो। परसों ले आना।
संस्कृतम्
    दिनेश:     - तर्हि अहं गच्छामि। धन्यवादः ।
हिंदी अर्थ
    दिनेश:     - तो मैं जाता हूँ। धन्यवाद ।
संस्कृतम्
    सुनयना - स्वागतम् ।
हिंदी अर्थ 
    सुनयना - स्वागत है।

प्रश्नोत्तराणि

माता - नलिनि! सुनयने! भोजनार्थम्-------------------------तुभ्यं किं रोचते ?
प्र०१ - एकपदेन उत्तरत- 

प्रश्ना:

उत्तराणि

(क) माता मलिनी- सुनयनयोः किमर्थम् आह्वयति ?

यथा   -   भोजनार्थम्

 

(ख) अद्य शाकं किं निर्मितम् अस्ति ?

आलुक- बृगंनमिश्रितम् अस्ति।

(ग) कस्य सूपं अस्ति?

मसूरस्य

(घ) कस्यै आलुकस्य शाकं बहु रोचते?

नलिनी


2- पूर्णवाक्येन उत्तरत -


 (क) नलिन्यै किं बहु रोचते?

 उत्तरम्  -    नलिन्यै आलुकस्य शाकं बहु रोचते

(ख) अद्य भोजने किं किम् अस्ति?

उत्तरम्  -   अद्य भोजने ओदनम्, रोटिका, शाकम्, मधुरं च अस्ति।

(ग) सुनयना कदा न खादति?

यदि कारवेल्लम् अस्ति, तर्हि सुनयना न     खादाति।
3 - निर्देशानुसारम् उत्तरत-

प्रश्ना:

उत्तराणि

(क) तुम्यम् अत्र प्रयुक्ता विभक्ति का?

यथा -  चतुर्थी

(ख) आगच्छताम् अत्र लकार-पुरुष-वचननिर्देशं कुरुत।

लोट्लकार-प्रथम पुरुष-द्विवचन

(ग) निर्मितम् अत्र प्रयुक्तः प्रत्ययः क:?

क्त प्रत्यय

(घ) रोचते अस्य क्रियाविशेषणं किम् अत्र प्रयुक्तम् ?

  बहु



प्रश्नोत्तराणि

सुनयना - मातः मह्यं वृन्ताकम्--------------------------- सुनयना - स्वागतम् ।

1. एकपदेन उत्तरत -

प्रश्ना:

उत्तराणि

(क) सुनयनायै किं न रोचते?

यथा-बृंगनम्

(ख) मधुरं किम् अस्ति ?

रसगोलकम्

(ग) मधुरं कस्यै न रोचते?

नलिनी

(घ) दिनेशाय किम् आवश्यकम् ?

विज्ञानपुस्तकम्



 2. पूर्णवाक्येन उत्तरत -

(क) किं नलिन्यै दधि आवश्यकम्? 
उत्तरम्  -  न हि नलिन्यै दधि आवश्यकम्।

(ख) रसगोलकम् का स्वीकरोति ?
उत्तरम्  - रसगोलकम् माता स्वीकरोति।

(ग) दिनेशः मातरं किं पृच्छति ?
उत्तरम्  - दिनेशः मातरं पृच्छति  - मातः किं सुनयना भगिनी अस्ति।

 3. निर्देशानुसारम् उत्तरत - 


प्रश्ना:

उत्तराणि

(क) नलिन्यै अत्र प्रयुक्ता विभक्तिः का?

चतुर्थी

(ख) प्रविश्य अत्र प्रकृति-प्रत्ययनिर्देशं कुरुत।

प्र+विश्+ल्यप्

(ग) सु +आगतम् अत्र सन्धिं कृत्वा सन्धितपद लिखत।

स्वागतम्

(घ) परश्वःअत्र प्रयुक्त उपसर्ग का?

पर

संस्कृत प्रबोधिनी - भोजनं कुरु प्रथम-पाठस्य शब्दार्था:

संस्कृत प्रबोधिनी - भोजनं कुरु प्रथम पाठ में आये संस्कृत के कठिन शब्दों के शब्दार्थ दिए गये हैं जिनकी सहायता से  प्रथम पाठ भोजनं कुरु का हिंदी अनुवाद सरल होगा 
शब्दार्था:

भोजनार्थम्

=

(भोजन + अर्थम्) भोजन के लिए;

आगच्छताम्

=

आओ

ओदनम्

=

भात

शाकम्

=

सब्जी

मधुरम्

=

मीठा, मिठाई,

निर्मितम्

=

बनाई

कारवेल्लम्

=

करेला

तर्हि

=

तो

आलुक-वृन्ताकमिश्रित

=

आलू-बैंगन मिले हुए, आलू-बैंगन मिक्स

सूपः

=

दाल

मसूरस्य

=

मसूर की

भगिनि

=

बहन

कुर्वः

=

करें

परिवेशयतु

=

परोसे

आवश्यकम्

=

जरूरी है,

किंचित्

=

कुछ

ददातु

=

दें

यतः

=

क्योंकि

बहु रोचते

=

बहुत पसन्द है

स्वीकरोतु

=

स्वीकार करो, ग्रहण करो लो

तुभ्यम्

=

तुम्हें

दधि

=

दही

मास्तु

=

नहीं चाहिए

अवलेहम्

=

चटनी

अन्यत्

=

अन्य, दूसरा

पर्याप्तम्

=

काफी, बहुत

मधुरम्

=

मीठा

रसगोलकम्

=

रसगुल्ला

एकमेव

=

एक ही

अस्तु

=

अच्छा

समीचीनम्

=

ठीक है

प्रविश्य

=

प्रवेश करके

उपविशतु

=

बैठो

भवत्याः

=

आपकी

आनयामि

=

लाती हूँ

परश्वः

=

परसों


सम्पूर्ण पाठधारिता: अभ्यासप्रश्ना:

1. एकपदेन उत्तरत-

(क) भोजनार्थम् आगच्छताम इति का वदति ?

उत्तरम् -  माता 

(ख) सूपः कस्य अस्ति?

उत्तरम् -     मसूरस्य

(ग) बृगनं कस्मै न रोचते?

उत्तरम् -     सुनयना

(घ) नलिन्यै किं रोचते?
उत्तरम् -     आलुकस्य शाकम्
 

(ङ) कस्मै पुस्तकम् आवश्यकम् ?
उत्तरम् -      दिनेशाय

(घ) मधुरं कस्यै न रोचते?
उत्तरम् -    
   नलिनी

(2) उदाहरणं दृष्ट्वा कोष्टकात् उचितपदं स्वीकृत्य रिक्तस्थानं पूरयन्तु-

यथा - प्रात: जागरणम् आवश्यकम् भवति  - यथा  - आवश्यकम्

(क) गुरोः आज्ञापालनम्।    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )
(ख) अधिक भोजनम्।    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )
(ग) बालकस्य उचितं नामकरणम्।    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )
(घ) ज्येष्ठानां  निन्दनम्।    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )
(ख) पुत्र ! 11 वादनं जातं. पठनम् ।    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )

(घ) अधिक शयनम्। आवश्यक    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )

(छ)  अधिकम् अध्ययनम्    -----------(आवश्यकम् / मास्तु )

उत्तरम् -

(क) गुरोः आज्ञापालनम्।    

आवश्यकम्

(ख) अधिक भोजनम्।    

मास्तु

(ग) बालकस्य उचितं नामकरणम्।    

आवश्यकम्

(घ) ज्येष्ठानां  निन्दनम्।    

मास्तु

(ख) पुत्र ! 11 वादनं जातं. पठनम्।   

आवश्यकम्

(घ) अधिक शयनम्।     

मास्तु

(छ)  अधिकम् अध्ययनम्    

आवश्यकम्


3. पाठाधारेण सत्यम् असत्यम् च चिन्हीकुरुत-

उत्तरम् -

(क) भोजनम् आवश्यकम्          -         सत्यम्

(ख) निन्दा आवश्यकी             -         सत्यम्

(ग) अध्ययन आवश्यकम्          -         सत्यम्

(घ) ज्येष्ठानां सम्मान करणीय:  -        सत्यम्

(ङ)  परनिन्दा न आवश्यकी                 सत्यम्

(च) विनयः आवश्यक                          सत्यम्

4. अधोलिखितवस्तुना  आवश्यक: / आवश्यकी  / आवश्यकम् इति लिखन्तु -

यथा-

पुस्तकम्

आवश्यकम्

 

शिक्षक:

आवश्यकः

 

शिक्षा

आवश्यकी

उत्तरम् -

(1)

जलम्

आवश्यकम्

(2)

ज्ञानम्

आवश्यकम्

(3)

लेखनी

आवश्यकी

(4)

सूपः

आवश्यकः

(5)

रोटिका

आवश्यकी

(6)

नेत्रम्

आवश्यकम्

(7)

नासिका

आवश्यकी

(8)

वृक्ष: खण्डः

आवश्यकः


5. अधोखितिप्रश्नानाम् एकवाक्ये उत्तराणि लिखत-

(क) भोजने किं किम् अस्ति ?

उत्तरम् -  भोजने ओदनम्, रोटिका, शाकम्, मधुरं च अस्ति। 

(ख) शाकं किं निर्मितम् ?

उत्तरम् -  शाकं आलुक-बृंगनमिश्रितम् निर्मितम्  

(ग) दिनेशः किमर्थम् आगच्छत ? 

उत्तरम् -   दिनेशः  विज्ञानपुस्तकामर्थम् आगच्छत 

(घ) धन्यवादः इति उक्ते सति किं वक्तव्यम् ?

उत्तरम् -  धन्यवादः इति उक्ते सति स्वागतम् वक्तव्यम् 

(6) पाठे समागतानि अव्यय पदानि चित्वा सूचीनिर्माणं कुरुत-

उत्तरम् - 

1. अद्य

2. किम्

3. च

4. यदि

5. तर्हि

6. शीघ्रम्

7. अन्यत्

8. अपि




एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने